जमशेदपुर: अखिल झारखंड तेलुगु समाजम ने कदमा में तेलुगु नववर्ष और उगादी उत्सव बड़े उत्साह के साथ मनाया। इस अवसर पर समाजम के अध्यक्ष वाई. ईश्वर राव ने सभी तेलुगुवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए इस बात पर जोर दिया कि उगादी दक्षिण भारत, खासकर आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में नए साल की शुरुआत का प्रतीक है।
महासचिव वाई. नागेश्वर राव ने इस त्योहार का प्रकृति से गहरा संबंध बताया, क्योंकि इस शुभ दिन पर कई लोग नए उद्यम और गृह प्रवेश समारोह शुरू करते हैं। अध्यक्ष यम बी. सुब्रमण्यम ने कहा कि पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान ब्रह्मा ने इस दिन ब्रह्मांड का निर्माण किया था, जिससे उगादी ब्रह्मांडीय नवीनीकरण का प्रतीक बन गया।
उपाध्यक्ष चंद्रशेखर राव ने कहा कि उगादी लोगों को अतीत को पीछे छोड़कर भविष्य पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित करती है। प्रवक्ता यश प्रसाद राव ने कहा कि माना जाता है कि उगादि के दिन ही भगवान राम का राज्याभिषेक हुआ था और भगवान गणेश, देवी पार्वती, भगवान विष्णु, भगवान राम और देवी लक्ष्मी से समृद्धि और शांति के लिए प्रार्थना की जाती है।
उगादि की एक विशेष परंपरा उगादि पचड़ी तैयार करना और उसका सेवन करना है, जो कच्चे आम, नीम के फूल, केला, नारियल और गुड़ का मिश्रण है, जो जीवन के विभिन्न पहलुओं का प्रतीक है। समाजम ने हिंदू नववर्ष के अवसर पर विश्व शांति की कामना भी की।
वाई. ईश्वर राव, यम बी. सुब्रमण्यम, चंद्रशेखर राव, वाई. नागेश्वर राव, यश प्रसाद राव, जानकीराम, प्रलाद राव, शेखर राव और अन्य सहित कई समुदाय के सदस्यों ने समारोह में भाग लिया।