जमशेदपुर: झारखंड सरकार के मंत्री हफीजुल हसन अंसारी के विवादित बयान के खिलाफ जमशेदपुर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को जोरदार प्रदर्शन किया। अंसारी ने कहा कि शरीयत भारतीय संविधान से बड़ी है। भाजपा ने इस बयान की निंदा करते हुए इसे देश की एकता और लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला बताया।
जमशेदपुर अध्यक्ष सुधांशु ओझा के नेतृत्व में सांसद विद्युत बरन महतो, जमशेदपुर पूर्वी विधायक पूर्णिमा दास साहू, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिनेशानंद गोस्वामी और प्रदेश प्रवक्ता अमरप्रीत सिंह काले समेत सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं ने जिला उपायुक्त कार्यालय तक मार्च निकाला और राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सौंपकर मंत्री के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
मीडिया से बातचीत में अमरप्रीत सिंह काले ने बयान की तीखी आलोचना करते हुए इसे “देश की एकता, अखंडता और संवैधानिक ढांचे पर सीधा हमला” बताया। उन्होंने कहा, “ऐसी टिप्पणियां न केवल दुर्भाग्यपूर्ण हैं, बल्कि सामाजिक विभाजन को भी बढ़ावा देती हैं और हमारे देश के लोकतांत्रिक ताने-बाने को खतरे में डालती हैं। संवैधानिक पद पर बैठा व्यक्ति जो संविधान का अनादर करता है, वह पद पर बने रहने के योग्य नहीं है।” भाजपा के ज्ञापन में इस बयान को असंवैधानिक और भड़काऊ करार देते हुए तत्काल अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की गई है। विरोध प्रदर्शन में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ-साथ भाजपा महिला मोर्चा, युवा मोर्चा, विभिन्न मंडल अध्यक्षों और सैकड़ों समर्पित कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। भाजपा ने स्पष्ट कर दिया है कि वह संविधान की सर्वोच्चता को कम करने के किसी भी प्रयास को बर्दाश्त नहीं करेगी और विभाजनकारी आख्यानों के खिलाफ अपनी आवाज उठाती रहेगी।