जमशेदपुर, 20 सितंबर: बाग-ए-जमशीद स्कूल ने शनिवार को प्लेग्रुप के बच्चों की माताओं के लिए एक विशेष ‘सीखना और साझा करना’ सत्र आयोजित किया, जिसमें उन्हें पारंपरिक व्यंजनों, खिलौने बनाने या कहानी सुनाने के माध्यम से अपनी रचनात्मकता दिखाने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
इस कार्यक्रम में उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी गई, जिसमें माताओं ने नवीन विचार प्रस्तुत किए और बहुमूल्य अंतर्दृष्टि साझा की। कई माताओं ने कहा कि इस सत्र ने उन्हें रचनात्मक रूप से सोचने और यह समझने का अवसर दिया कि थोड़े से अतिरिक्त प्रयास से घर पर ही सार्थक गतिविधियाँ संचालित की जा सकती हैं।
प्रधानाचार्य अनु तिवारी ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए, रेडीमेड उत्पादों से भरी इस दुनिया में एक माँ के निजी स्पर्श के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन शॉपिंग जहाँ खिलौने, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ और पहले से लिखी कहानियाँ प्रदान करती है, वहीं एक माँ घर पर साधारण संसाधनों से कुछ बनाने के लिए जिस प्यार और देखभाल से काम करती है, उसकी बराबरी कोई नहीं कर सकता।
सत्र का समापन सकारात्मक रहा और प्रतिभागियों ने इस पहल की सराहना की। यह सभी उपस्थित लोगों के लिए एक समृद्ध और आनंददायक शिक्षण अनुभव साबित हुआ।