श्रीनगर, 1 मार्च, केएनटी: दिल्ली साइबर पुलिस ने 78 लाख रुपये की साइबर धोखाधड़ी के मामले में श्रीनगर के दो निवासियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान दाना मजार के इब्राहिम डार और श्रीनगर के महजूर नगर के एहसान उल हक के रूप में हुई है। रिपोर्ट के अनुसार, साइबर क्राइम पुलिस ने टेक्स इंडिया ग्रुप के मालिक के व्हाट्सएप प्रोफाइल का इस्तेमाल कर कथित तौर पर पैसे ठगने के आरोप में दिल्ली के लाजपत नगर में एक किराए के फ्लैट से तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।

आरोपियों की पहचान इब्राहिम डार, एहसान उल हक और उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के काकरोली तेवाड़ा निवासी अमजद के रूप में हुई है। उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा वांछित तीनों को आगे की जांच के लिए लखनऊ स्थानांतरित कर दिया गया है। गिरोह के मास्टरमाइंड की पहचान चीन निवासी विंग सांग शू के रूप में हुई है, जो फिलहाल फरार है। धोखाधड़ी के सिलसिले में पुलिस एक अन्य संदिग्ध ओवैस की भी तलाश कर रही है। टेक्स इंडिया ग्रुप के अकाउंट मैनेजर सर्वेश द्विवेदी ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में 78 लाख रुपये के फर्जी लेनदेन की शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद मामला दर्ज किया गया।
आरोपियों को सर्विलांस के जरिए ट्रैक किया गया और उन्हें दिल्ली में उनके किराए के मकान से पकड़ा गया, जिसे उन्होंने 80,000 रुपये प्रति माह किराए पर लिया था। जांच के दौरान पुलिस ने आरोपियों के पास से लैपटॉप और आईफोन बरामद किए। पूछताछ में पता चला कि इब्राहिम डार ने ठगी की गई रकम को अमजद के नाम से जम्मू-कश्मीर में खोले गए फर्जी खाते में ट्रांसफर करने की बात स्वीकार की। अधिकारी अब गिरोह द्वारा संचालित अन्य फर्जी खातों का विवरण जुटा रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि महजूर नगर के एक आरोपी ने जम्मू-कश्मीर के एक कॉलेज से तकनीकी डिग्री हासिल की है।
आरोपी मुख्य रूप से ऑनलाइन चैट के जरिए पीड़ितों से संपर्क करके और उन्हें पैसे ट्रांसफर करने के लिए धोखा देकर धोखाधड़ी करते थे। फिलहाल इब्राहिम डार और एहसान उल हक दोनों लखनऊ के एक थाने में बंद हैं। इस बीच अमजद का बैंक खाता फ्रीज कर दिया गया है। [केएनटी]