जमशेदपुर सरायकेला: दृढ़ संकल्प से विकलांगता पर विजय मिलती है, यह दर्शाते हुए दृष्टिबाधित छात्र सरकार और शिक्षा विभाग की पहल श्रुति लेखक (लेखक सुविधा) की सहायता से इंटरमीडिएट की परीक्षा दे रहे हैं।
उनमें से एक हैं सरायकेला प्रखंड के कुदरसाई गांव की निवासी सुष्मिता साहू, जो लेखक की सहायता से सरायकेला के एनआर+2 हाई स्कूल में अपनी परीक्षा दे रही हैं। बचपन में अपनी दृष्टि पूरी तरह खो देने के बावजूद सुष्मिता ने कुंवर विजय प्रताप सिंहदेव सीएम उत्कृष्ट विद्यालय, सरायकेला में अपनी पढ़ाई पूरी लगन के साथ जारी रखी है। उनके पिता कविराज साहू एक दुकान चलाते हैं, जबकि उनकी मां सेती साहू एक स्कूल में रसोइया का काम करती हैं।
संसाधन शिक्षक नरेंद्र प्रसाद सिंह और फिजियोथेरेपिस्ट पिंकी चाकी के सहयोग से सुष्मिता को स्वामी विवेकानंद प्रोत्साहन स्वालंबन योजना जैसी सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है, जिसमें उन्हें 1000 रुपये मासिक पेंशन, 500 रुपये स्काउट भत्ता और 500 रुपये रीडर भत्ता मिल रहा है। प्रोजेक्ट ज्योति के तहत उन्हें डिजिटल साक्षरता प्रशिक्षण, एक एंड्रॉयड टॉकिंग मोबाइल और शिक्षा में सहायता के लिए एक सफेद छड़ी भी मिली है। राजनगर ब्लॉक के एक अन्य दृष्टिबाधित छात्र दीपक महतो भी श्रुति लेखक सुविधा के साथ उसी केंद्र पर परीक्षा दे रहे हैं। सरायकेला ब्लॉक शिक्षा प्रसार अधिकारी दिनेश कुमार दंडपत ने अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा, “ये छात्र प्रेरणास्रोत हैं, जो साबित करते हैं कि दृढ़ संकल्प और सही समर्थन के साथ कोई भी बाधा बड़ी नहीं होती।”