जमशेदपुर: दिनदहाड़े कांग्रेस कार्यकर्ता और टाइगर क्लब के मालिक आलोक कुमार उर्फ आलोक मुन्ना की मंगलवार सुबह कदमा थाना क्षेत्र के शास्त्रीनगर रोड नंबर 4 में अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी।
हमलावरों ने आलोक पर घात लगाकर हमला किया और नजदीक से चार गोलियां चलाईं, जिससे वह मौके पर ही गिर पड़ा। उसे टाटा मेन हॉस्पिटल (टीएमएच) ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना के तुरंत बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की।
पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने भी घटनास्थल का दौरा किया। मृतक के समर्थकों की कदमा थाना प्रभारी से झड़प के बाद तनाव बढ़ गया, जिसके परिणामस्वरूप हाथापाई हुई।
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि हत्या कथित तौर पर छोटू बच्चा उर्फ प्रकाश सिंह, आकाश सिंह, मोहित सिंह और उनके साथियों ने की है। आलोक के परिवार ने दावा किया कि काली पूजा और चुनावी गतिविधियों के दौरान आलोक और छोटू के बीच हुए झगड़े के बाद यह हत्या बदला लेने के लिए की गई है।
जवाबी कार्रवाई में आलोक के परिवार और समर्थकों ने छोटू बच्चा के घर पर धावा बोल दिया और अफरातफरी मचा दी। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए हस्तक्षेप किया। शोकाकुल परिवार ने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। आलोक मुन्ना पर आपराधिक मामले दर्ज थे और हाल ही में वह जेल से रिहा हुआ था। संरक्षण में राजनीति में शामिल होने के कारण वह विवादास्पद व्यक्ति बन गया था। आगे की हिंसा को रोकने के लिए शास्त्रीनगर में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और हमलावरों को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है।
बन्ना गुप्ता ने कहा, यह एक राजनीतिक हत्या है जमशेदपुर: घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता ने इसे एक राजनीतिक हत्या बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि हत्यारे भाजपा समर्थित विधायक सरयू राय से जुड़े हैं और उन पर शहर में अपराध को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। गुप्ता ने चेतावनी दी कि अगर आरोपियों को जल्द गिरफ्तार नहीं किया गया तो वे विरोध प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं को इसी तरह की धमकियां मिली हैं और उन्होंने पुलिस से तत्काल कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर मामले को डीजीपी और मुख्यमंत्री तक पहुंचाया जाएगा।
सरयू राय ने बन्ना गुप्ता पर प्रतिद्वंद्वी आपराधिक गिरोहों को संरक्षण देने का आरोप लगाया
जमशेदपुर, 18 दिसंबर: जमशेदपुर पश्चिम के विधायक सरयू राय ने आरोप लगाया है कि बन्ना गुप्ता के संरक्षण में काम कर रहे आपराधिक गिरोह अब एक-दूसरे के खिलाफ हो गए हैं। उन्होंने दावा किया कि शास्त्री नगर में हाल ही में आलोक भगत की हत्या इन गिरोहों के बीच झगड़े का नतीजा है, जिन्हें पहले गुप्ता का समर्थन प्राप्त था।
एक बयान में सरयू राय ने कहा कि पिछले पांच सालों में बन्ना गुप्ता ने जमशेदपुर में भय और आतंक फैलाने के लिए जिन आपराधिक तत्वों का इस्तेमाल किया, वे अब खुद डर में जी रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह डर बाहरी ताकतों से नहीं, बल्कि उन्हीं आपराधिक गुटों के बीच आंतरिक संघर्ष से उपजा है।
राय ने पुलिस से इन घटनाक्रमों की जांच करने और बन्ना गुप्ता द्वारा बनाए गए भय के माहौल को उजागर करने का आग्रह किया। उन्होंने आगे सुझाव दिया कि खुफिया विभाग को भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक जानकारी जुटानी चाहिए। रॉय ने उम्मीद जताई कि जमशेदपुर पुलिस मामले की गहन जांच करेगी और हत्या के पीछे की पूरी जानकारी सामने लाएगी।
उन्होंने यह भी दावा किया कि गुप्ता खुद भी इन आपराधिक गिरोहों का समर्थन करने के परिणाम महसूस कर रहे हैं, जो अब एक-दूसरे के खिलाफ हो रहे हैं। सरयू रॉय ने पुलिस से गुप्ता से जुड़े आपराधिक नेटवर्क की पहचान करने और उसे खत्म करने के लिए सक्रिय कदम उठाने का आह्वान किया।