जमशेदपुर: जमशेदपुर के गोलमुरी थाना क्षेत्र में बंद इंकैब इंडस्ट्रीज में रविवार को भीषण आग लग गई, जिससे स्थानीय लोगों में अफरा-तफरी और दहशत फैल गई। आग लगने के कारण फैक्ट्री परिसर में कई विस्फोट हुए, जिससे कई बड़ी दीवारें ढहने सहित काफी नुकसान हुआ।
आग लगने की सूचना सबसे पहले आधी रात को मिली, जिसके बाद मौके पर आठ दमकल गाड़ियों को तुरंत भेजा गया। फैक्ट्री के अंधेरे और सुनसान होने तथा बड़ी दीवारों के कारण आग बुझाने में दिक्कत आ रही थी, जिससे दमकल कर्मियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। आग पर काबू पाने के प्रयास जारी हैं, जिसमें सिटी डीएसपी विनोद सिंह समेत जिले के वरिष्ठ अधिकारी अभियान की निगरानी कर रहे हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार आग लगने के साथ ही तेज धमाके भी हुए, जिससे आसपास का इलाका दहल गया। स्थानीय निवासी घटना पर चिंता जताते हुए घटनास्थल के पास जमा हो गए। कई लोगों ने जिला प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया और आरोप लगाया कि बंद फैक्ट्री में चोरी की लगातार घटनाएं हो रही हैं, जिस पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। कुछ लोगों ने तो यहां तक अनुमान लगाया कि चोरी के सबूतों को छिपाने के लिए जानबूझकर आग लगाई गई होगी। स्थानीय निवासी शिव शंकर सिंह ने कहा, “यह फैक्ट्री कभी जमशेदपुर के बेरोजगार युवाओं के लिए उम्मीद की किरण थी।
अब इसके बंद होने और आग लगने से वे उम्मीदें टूट गई हैं।” एक अन्य निवासी प्रेम झा ने प्रशासन की आलोचना करते हुए कहा, “अगर अधिकारियों ने चोरी की पिछली शिकायतों पर कार्रवाई की होती, तो यह आपदा टाली जा सकती थी। इस आग से भारी वित्तीय नुकसान हुआ है।” प्रारंभिक अनुमानों से पता चलता है कि करोड़ों की संपत्ति नष्ट हो गई है, लेकिन आग लगने का सही कारण अज्ञात है। जांच चल रही है और अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि स्थिति नियंत्रण में है। सिटी डीएसपी विनोद सिंह ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, “हमने पूरे फैक्ट्री परिसर की घेराबंदी कर दी है।
आग पर काबू पा लिया गया है और घटना के कारणों का पता लगाने के लिए विस्तृत जांच की जाएगी।” कभी संपन्न वायर फैक्ट्री, जिसके बारे में स्थानीय लोगों को उम्मीद थी कि यह फिर से चालू हो जाएगी और हजारों लोगों को रोजगार देगी, अब खंडहर में तब्दील हो गई है। इस घटना ने प्रशासन की भूमिका और परित्यक्त औद्योगिक संपत्तियों में बेहतर सुरक्षा उपायों की तत्काल आवश्यकता के बारे में बहस छेड़ दी है।