जमशेदपुर – पूर्वी सिंहभूम कांग्रेस ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की डॉ. बी.आर. अंबेडकर के बारे में हाल ही में की गई टिप्पणी की निंदा करते हुए एक विशाल विरोध मार्च का आयोजन किया।
Table of Contents
पूर्व राज्यसभा सांसद प्रदीप कुमार बलमुचू डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा पर प्रदर्शन में शामिल हुए। इस दौरान, प्रतिभागियों ने संविधान निर्माता की विरासत का सम्मान करने के लिए पुष्पांजलि अर्पित की।
बढ़ते राजनीतिक तनाव
इस विरोध प्रदर्शन ने कांग्रेस और भाजपा के बीच बढ़ते तनाव को उजागर किया। इसके अलावा, प्रदर्शनकारियों ने राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर की आलोचना की। पार्टी के एक वरिष्ठ सदस्य ने कहा, “ऐसी कार्रवाइयां विपक्षी आवाजों को दबाने के एक व्यवस्थित प्रयास को दर्शाती हैं।”
ऐतिहासिक संदर्भ
डॉ. अंबेडकर ने 1947 और 1950 के बीच भारतीय संविधान का मसौदा तैयार किया। इसके अलावा, वे भारत के पहले कानून मंत्री भी रहे। इसके अलावा, उन्होंने अपने पूरे राजनीतिक जीवन में सामाजिक सुधारों की वकालत की।
देशव्यापी प्रभाव
हाल ही में पूरे भारत में कांग्रेस इकाइयों ने इसी तरह के विरोध प्रदर्शन आयोजित किए हैं। दूसरी ओर, पार्टी ने सत्तारूढ़ सरकार के खिलाफ अपने अभियान को तेज कर दिया है। इसके अतिरिक्त, सामाजिक संगठनों ने भी इन प्रदर्शनों के प्रति एकजुटता व्यक्त की है।